tag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post448847254622998621..comments2023-07-29T04:48:12.311-07:00Comments on RAJAN SINGH: अंतरजाल पर हावी भीडतंत्रराजनhttp://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post-47976478194086042692012-02-04T23:52:03.119-08:002012-02-04T23:52:03.119-08:00आखिरकार इस मामले में वही हुआ जो सरकार चाहती थी.गूग...आखिरकार इस मामले में वही हुआ जो सरकार चाहती थी.गूगल तो एक ही हेकडी में लाईन पर आ गया.अब यूज़र्स को किसी संवेदनशील विषय पर लिखने से पहले अधिक सतर्क रहना होगा.वैसे फेसबुक पर भी नियंत्रण की बात की जा रही हैं हालाँकि मैं उसका कोई बहुत बडा प्रशंसक नही बल्कि इसके द्वारा अपने यूजर्स की निजी जानकारियों को तृतीय पक्ष को बेच डालने जैसे मूर्खतापूर्ण कदम का विरोधी भी रहा हूँ लेकिन फिर भी अभिव्यक्ति और मेल जोल के लिहाज से यह एक अच्छा प्लेटफॉर्म हैं.पर शायद सरकार नाम की वैम्प से ये भी बचा नहीं रहेगा.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post-40890851054843379122011-10-17T10:39:29.401-07:002011-10-17T10:39:29.401-07:00बदलाव का पता तो समय के साथ ही चलेगा पर विचारों की ...बदलाव का पता तो समय के साथ ही चलेगा पर विचारों की इस अभिव्यक्ति को रोकना अब मुमकिन नहीं..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post-52447378906560366992011-10-17T05:51:01.813-07:002011-10-17T05:51:01.813-07:00हाँ तो अंशुमाला जी,
आपका कहना सही है.प्रशांत भूषण ...हाँ तो अंशुमाला जी,<br />आपका कहना सही है.प्रशांत भूषण पर हमले की निंदा करते हुए ही मैंने एक पोस्ट लिखी तो थी लेकिन उसमें ज्यादा जोर मैंने जनमत संग्रह और कश्मीर समस्या पर ही दिया था पर जब आपकी पोस्ट देखी तो लगा आपका कहना सही है.इस विवाद को अभी हवा नहीं देना चाहिए.वो पोस्ट अभी भी मेरे पास पडी है.वैसे पहली बार जाना अपनी पोस्ट बेकार चली जाएँ तो कैसा लगता है :)<br />और आपसे बदला ??<br />हा हा हा...<br />इस लायक हम कैसे हो गए?ये पोस्ट मैं कई दिनों पहले लिखना चाहता था पर किसी कारण से टालता गया.आपको याद होगा मैंने आपकी एक पोस्ट पर भी सरकारी सेंसरशिप की बात की थी.लेकिन जब जगह जगह बग्गा और उसके साथियों का गुणगान होते देखा तो लगा अभी लिख देता हूँ वैसे अभी भी कई बातें कहनी रह गई है.मुझे अंदाजा नहीं था आप इन सब पर लिखना चाहती है.पर मेरे लिखने न लिखने से कोई फर्क नहीं पडता.हम तो बेतरतीब लिखने वाले है.पर आपको लिखना चाहिए और अब तो जरूर.<br />और हाँ अंशुमला जी,हम पश्चिम की तर्ज पर ही जनता को जागरुक करते है तो कोई बात नहीं सरकार केवल इस वजह से नेट पर कंटेंट को नियंत्रित करने लगे तो हम उस पर दबाव भी बना सकते है,मैं कहना चाहता था कि हम सरकार को और बहाने न दें सख्त होने के.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post-22344789047494039492011-10-17T00:12:50.775-07:002011-10-17T00:12:50.775-07:00anshumala ji,
samay milte hi is par spasht karta h...anshumala ji,<br />samay milte hi is par spasht karta hun.<br />lekin ye.... badla :)राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8925198473646084359.post-35712524483237978432011-10-16T22:11:58.852-07:002011-10-16T22:11:58.852-07:00अच्छा बदला लिया मुझससे राजन जी मेरी पोस्ट के कारण ...अच्छा बदला लिया मुझससे राजन जी मेरी पोस्ट के कारण आप की कश्मीर वाली पोस्ट बेकार चली गई तो बदले में ये पोस्ट लिख डाली मेरे उपवास -३ वाली पोस्ट लगभग बेकार कर दी :)<br /><br /> अभी ये कहना जल्दबाजी है की इन सोशल साईट से कितना और किसे फायदा है और कितना और किसे नुकशान अभी तो इसके दोनों रूप कुछ कुछ सामने आये है अभी इसे और बड़े रूप में देखना बाकि है | पर नुकशान कितना भी हो मुझे नहीं लगता है की अब इन्हें किसी भी प्रकार से रोका जा सकता है ( वैसे सरकारों के बारे में कहा नहीं जा सकता है जब पूरी दुनिया की सरकारों पर बन आएगी तो वो कुछ भी कर सकती है ) वैसे अब जब इस सोसल साईट के कारण यूरोप में प्रदर्शन हो रहे है तो उन्हें देखना पता नहीं क्यों सुखद लग रहा है अभी तक उन्हें दुनिया के एक कोने में हो रहे आन्दोलन सुखद लग रहे थे पर वह का हल देखा बाकि दुनिया को भी मेरी तरह ही महसूस हो रहा होगा | वैसे अब आज की पीढ़ी को वो पुरानी कहावत समझ आ रही होगी की " रोम जल रहा था और - - - - - - -anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com